बवासीर एक घातक बीमारी में से है इससे बचने के लिए हम कई सारी अंग्रेजी दवाइयों का सेवन करते हैं आज हम आपको इस से बचने के कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं यह नुस्खे पूरी तरह से घरेलू है और इसके कोई नुकसान भी नहीं है तो आप से निवेदन है कि आप इन उसको घर पर अपनाएं और अगर इससे लाभ हो तो हमें जरूर बताएं l
बवासीर के लिए असरदार घरेलू उपचार
- छोटी हरड़ के 2 से 5 ग्राम चूर्ण का नियमित नित्य सेवन करने तथा बवासीर पर अरण्डी का तेल लगाते रहने से भी काफी लाभ मिलता है। बड़ी इन्द्रफला की जड़ को छाया में सुखाकर अथवा कनेर की जड़ को पानी में घिसकर बवासीर पर लगाने से फायदा मिलता है।
- नीम का तेल को बवासीर के मस्सों पर लगाने से एवं 4-5 बूंद रोज पीने से भी आराम मिलता है। छाछ या पतली दही में काला नमक और जीरा पाउडर डालकर पीने से भी बवासीर के मस्सों से आराम मिलता है।
- छाछ में सोंठ का चूर्ण, सेंधा नमक, पिसा जीरा व जरा-सी हींग डालकर भी आप सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से आप देखेंगे कि आपको मस्सों से छुटकारा मिल रहा है।
- पका हुआ (बेलपत्र फ़ल ) बिल्व फ़ल कब्ज के लिये अति श्रेष्ठ औषधि है। इस फ़ल को पानी में उबाल कर मसल लें ओर इसका रस निकालकर हर रोज 40 दिन तक लगातार पियें। इस्से बवासीर रोग के साथ साथ कबज भी ठीक जो जाती है ।
- इसबगोल का भूसा कबज में बहुत गुण्कारी है । 2-2 चमच सुबह शाम पानी के साथ इसबगोल सुबह रात को सोते समय लेना फ़ायदेमंद है।दस्त खुलकर होने लगता है। इसके प्र्योग से आंतो की खुश की दूर होती है तथा आंतों की सक्रियता बढाता है मल को आंतो से चिपक्ने नही देता यह एक कुदरती रेशा है जो कुद्रत ने हमे जडी बूटी के रूप मे दिया है।
- एक कप गरम पानी मे 1 चम्म्च शुध शहद मिलाकर पीने से कब्ज का रोग मिट जाता है यह योग हर रोज दिन मे 2, 3 दफ़ा लगातार पीना चाहीए यह कबज के साथ साथ पूरे सरीर के लिए हित्कारीहै।
- अलसी के बीजों को पीस्कर पावडर बना लें। एक गिलास पानी मे 10 ग्राम के करीब यह पावडर डाल लें और 2-3 घन्टे तक भीग्ने दें फ़िर छानकर यह पानी पी जाएं। यह कबज व बवासीर तथा सरीर की खुशकी का बेहद सस्ता और फायदेमंद होता है।