आज तक हम सभी ने कई फलों का सेवन किया है और हम सभी ज्यादातर फलों के फायदे भी जानते हैं लेकिन ये एक ऐसा फल है जिसे बचपन में आपने भी जरुर खाया होगा लेकिन शायद ही इसके फायदे जानते होंगे,सबसे पहले मैं आपको बता दूँ कि ये एक ऐसा दिव्य फल है जिसे देवताओं का प्रिय फल माना जाता है और यही कारण है कि बच्चे बिना इसके फायदे जाने इसका सेवन अपने आप ही करने लगते हैं,आपको बता दें की इस फल का नाम है मकोए इसे अलग-अलग स्थानों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है,तो चलिए जान लेते हैं इस फल के कुछ खास फायदे।

मकोय का प्रयोग

मकोय का रस निकाल कर उसे मिट्टी के बर्तन में भरकर धीमी अग्नि पर गर्म करें,धीरे धीरे उसका हरा रंग बादामी रंग में बदल जाता है,तब इसे उतार कर छान लें। इस प्रकार तैयार रस को 100-150 ग्राम की मात्रा में लेने पर यकृत के रोग, बड़ी हुयी तिल्ली, हृदय संबंधी रोग दूर होने लगते हैं।यदि शरीर में खुजली की शिकायत हो तथा वह मिट नही रही हो।तो मकोय के रस की 25 से 50 ग्राम की मात्रा लेते रहने से यह मिट जाऐगी।इससे शरीर का रक्त शुद्ध हो जाता है।और रक्त से जुड़े सभी रोग मिट जाते हैं

अगर आपको शुगर की समस्या है तो आप मकोए के सूखे बीजों का चूर्ण बनाकर इसका सेवन एक एक चम्मच सुबह शाम करें आपको बहुत ही जल्द आराम महसूस होगा।

अगर आपको किडनी की समस्या है तो लगातार कम से कम 10 दिनों तक इसकी सब्जी खाइए और इसके 10 ग्राम पंचांग को दो सौ ग्राम पानी में काढ़ा बनाकर पियें।

अगर आपको लीवर और पेट से सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या है तो आप मकोए की सब्जी जरुर खाएं,इससे आपको बहुत जल्द फायदा पहुंचेगा।

अगर आपको त्वचा से सम्बंधित समस्या है जैसे चरम रोग तो आप इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर इसे उस स्थान पर लगायें आपको आराम महसूस होगा।

अगर आपके मुंह में छाले हैं तो मकोए के चार पत्तों को चबा लीजिये आपके छाले बहुत ही जल्द ठीक हो जायेंगे।

अगर आपको खुनी बवासीर की समस्या है तो आप मकोए के पत्तों का ताज़ा रस कम से कम दस ग्राम की मात्रा में पियें इससे आपको बहुत ही जल्द आराम महसूस होगा।

अगर आपको अनिद्रा की बीमारी है और आपको रात में नींद बहुत ही मुश्किल से आती है तो आप मकोए की जड़ का रस गुड के साथ मिलाकर सेवन करें इससे आपको बहुत ही जल्द आराम महसूस होगा।

मकोय का वैज्ञानिक नाम

मकोय एक छोटा-सा पौधा है जो भारतवर्ष के छाया-युक्त स्थानों में हमेशा पाया जाता है। मकोय  का वैज्ञानिक नाम भी है ( Solanum nigrum ) जो बहुत ही महत्व पूर्ण है

सुबह खाली पेट काले चना का सेवन,कई बीमारियां रहेंगी दूर जानिए इनके बारे |

मकोय की पत्तियों की सब्जी makoy vegetable

मकोय का पौधा मिर्च के पौधे के जैसा छोटा होता है इसकी पत्तियों और फल दोनों का भोजन में उपयोग होता है। मकोय का फल आकार में बहुत छोटा गोल, मटर के दाने से थोड़ा छोटा होता है। इसकी दो प्रजातियाँ प्रचलित हैं जिनका आहार में इस्तेमाल होता है। दोनों प्रजातियों के पके फल का रंग अलग होता है। एक का पका फल काला और दूसरे का मिश्रित नारंगी-लाल होता है। दोनों का ही कच्चा फल हरे रंग का होता है।

देश के विभिन्न क्षेत्रों में मकोय की पत्तियों और फल का कई व्यंजनों में उपयोग होता है। लोग इसका सब्जी, चटनी, साग, सूप, सगपइता, सांभर, वेजीटेबल राइस बनाने में उपयोग करते हैं। इसके पके फल को लोग ऐसे भी खाते है।