जब भी अचानक आपकी नाक या मस्तक पर कोई कील या मुंहासा अचानक निकाल आता है तो पूरे दिन मूड खराब हो जाता है क्योंकि इससे आपकी सुंदरता पर खराब असर पड़ता है। लेकिन साँवलेपन के धब्बे तो और भी खराब दिखते हैं और उनको कैसे ठीक किया जाए? इस समस्या को हल करने के कई तरीके हैं। कई लड़कियाँ तो इनके आने पर दुबकी बैठी रहती हैं और अकेले रहना ही पसंद करती हैं। कई लड़कियाँ ब्यूटीशियन्स को हजारों रुपए देकर अपना चेहरा गोरा करवाने की कोशिश करती हैं। लेकिन जिन लड़कियों का दिमाग सबसे प्रैक्टिकल है, वे तुरंत क्रीम मास्क Miracle Glow खरीद लेती हैं क्योंकि इसे साँवलेपन के धब्बों से लड़ने के लिए ही डिज़ाइन किया गया है। यह नया फेस व्हाइटनर यूरोप में पहले से ही काफी लोकप्रिय है और अब एशिया में, खासकर भारत में आ रहा है। इसके निर्माता एक व्हाइटनिंग कोर्स के बाद ही अच्छे नतीजों की गारंटी देते हैं। इसके कई संतुष्ट कस्टमर्स के रिव्यू और फीडबैक भी यही इशारा करते हैं कि यह प्रोडक्ट बेहद असरदार है, कुछ रिव्यू:
- MiracleGlow से कत्थई धब्बे गोरे हो गए;
- इससे दोबारा साँवलापन आना रुक गया;
- इससे चेहरे का कॉम्प्लेक्शन एक जैसा हो गया।
साँवले धब्बे: क्या ये कोई बीमारी हैं या फिर कोई कॉस्मेटिक गड़बड़ी?
बहुत कम बच्चे ही ऐसे होते हैं जो साँवले धब्बों के साथ पैदा होते हैं। त्वचा के विकार आम तौर पर किशोरावस्था या अधिक उम्र में ही आते हैं। हर चीज ठीक चल रही होती है और अचानक चेहरे पर ये भद्दे धब्बे नज़र आने लगते हैं। कैसे? इसके कई कारण हो सकते हैं:
- गर्भावस्था;
- उम्र बढ़ना और त्वचा को नुकसान;
- धूप के दुष्प्रभाव;
- मैटाबॉलिक विकार;
- हॉरमोन्स का असंतुलन;
- पेट के कीड़े;
- लीवर की बीमारियाँ;
- कुछ दवाइयों के साइड-इफेक्ट;
- हल्की क्वालिटी की दवाइयाँ;
- विटामिन की कमी;
- पिट्यूटरी ग्लैंड (पीयूष ग्रंथि) का विकार;
- पारिवारिक इतिहास;
- मिलानोसाइट विकार
शरीर की कंडीशन और त्वचा की बनावट के मुताबिक कई ऐसे ट्रिगर होते हैं जिनसे अचानक हल्के या गहरे धब्बे आ सकते हैं। हाईपरपिग्मेंटेशन (सांवलेपन) के धब्बे अधिकतर चेहरे की त्वचा पर नज़र आते हैं लेकिन कई बार ये पेट, पीठ, कंधों, सीने और एरियोला (स्तन की निपल के आस-पास की जगह) पर भी होते हैं। सभी कारणों को दूर कर देने पर भी ये धब्बे अपने आप नहीं जाते। एक बार इनके आ जाने के बाद यदि कुछ नहीं किया जाए तो ये ज़िंदगी भर पीछा नहीं छोड़ते। यदि आप Miracle Glow क्रीम ऑर्डर करती हैं और पूरा हीलिंग कोर्स कर लेती हैं तो आपकी त्वचा ठीक हो जाएगी और उसका रंग भी एक जैसा हो जाएगा।
Miracle Glow क्रीम मास्क: विकास के तथ्य
विशेषज्ञों की राय में Miracle Glow क्रीम एक बेहद असरदार एंटी-पिग्मेंटेशन एजेंट है क्योंकि यह ओमेगालाइट व्हाइटनिंग कॉम्प्लेक्स पर आधारित है। ऐसा इसलिए संभव है क्योंकि आज के जमाने के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बेहद उन्नत तकनीक से विकसित किए जाते हैं। ओमेगलाइट फार्माकोलॉजी के क्षेत्र में सबसे नई उपलब्धि मानी जाती है। इस क्रांतिकारी खोज के केंद्र में है इसका ओरिजिनल फॉर्मूला जिसके नतीजे प्रमाणित हैं। जब लोग इसके असर के बारे में प्रतिक्रियाएँ देते हैं तो इसके अनोखेपन की चर्चा करते हैं। Miracle Glow मास्क के रेट को देखकर पीछे न हटें: अच्छी क्वालिटी की चीज कभी सस्ती नहीं होती, इसे सबसे बेहतरीन पदार्थों से बनाया गया है।
क्रीम का साँवले धब्बों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
Miracle Glow त्वचा के लिए काफी कोमल होती है और धीरे-धीरे गोरा करती है। इस प्रोडक्ट से त्वचा को कोई नुकसान भी नहीं होता, इससे कोई जलन, पपड़ी बनना, खुजली और परेशानी भी नहीं होती। क्रीम लगाने के 2-3 दिन बाद से ही रिज़ल्ट की उम्मीद नहीं की जा सकती। ऐसा होना संभव नहीं होता लेकिन दुर्भाग्य से कई लोग इतनी जल्दी ही नतीजों की उम्मीद करते हैं। और यही कारण है कि ये लोग असर दिखने से पहले ही इस कॉस्मेटिक प्रोडक्ट के निगेटिव रिव्यू लिखे देते हैं। 1.5-2 महीने तक व्हाइटनिंग कोर्स करने के बाद ही आपको इसका वो असर मिल सकता है जिसका इसके विक्रेता दावा करते हैं: समस्याओं वाली जगहों का पूरा गोरापन।
Miracle Glow के घटक
किसी भी कॉस्मेटिक का असर उसमें मिले पदार्थों से ही होता है। Miracle Glow क्रीम बनाने में सिर्फ पूरी तरह से प्राकृतिक पदार्थ ही इस्तेमाल किए गए हैं।
- काओलिन एक खास मेडिकल क्ले (चीनी मिट्टी) है जिसे त्वचा गोरी करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- लैक्टिक एसिड और दही से त्वचा को नमी मिलती है और धब्बे और झुर्रियाँ ठीक हो जाते हैं।
- अनसैपोनिफिएबल (ऐसे फैट जिनकी साबुन नहीं बनती) सोयाबीन ऑइल से नमी रुकती है और इनसे त्वचा में प्रचुर मात्रा में उपयोगी एसिड भर जाते हैं जैसे: लिनोलेइक, ओलेइक, पामिटिक, और फाइटोस्टेरोल्स और टोकोफ़ीरोल्स (विटामिन ई)।.
- रोजमेरी ऑइल से त्वचा साफ और मुलायम होती है और दूसरे घटकों का असर और बढ़ जाता है।
- लीकोरिस (मुलैठी) की जड़ के सत्त से दाह कम होता है।
- सैफ्लावर सीड और इसके फूलों के तेल से त्वचा को प्रचुर मात्रा में पॉलीअनसैचुरेटेड लिनोलेइक एसिड मिलते हैं जिनमें त्वचा गोरा करने के अच्छे गुण होते हैं।
- थियोब्रोमा ऑइल का टॉनिक और व्हाइटनिंग असर होता है जिससे त्वचा पर अल्ट्रावायलेट किरणों का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।
- रैपसीड ऑइल से त्वचा की समय से पहले उम्र नहीं बढ़ती क्योंकि उसे प्रचुर मात्रा में ओलेइक एसिड मिल जाते हैं।
यही नहीं, मास्क में कॉस्मेटिक प्रोडक्ट में मिलाए जाने वाले आधारभूत घटक भी होते हैं जैसे: पानी, एक सुरक्षित थिकनर, प्रिसर्वेटिव और भीनी खुशबू। इन सभी घटकों की प्रभावशीलता प्रमाणित है जो आप इसके सकारात्मक रिव्यूज में पढ़ सकते हैं।
Miracle Glow क्रीम को कैसे लगाएँ: उपयोग के संक्षिप्त निर्देश
व्हाइटनिंग मास्क को इसके उपयोग के निर्देशों के अनुसार नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाना चाहिए। हल्के धब्बों के लिए 1 माह और गहरे धब्बों के लिए 1.5-2 महीनों तक। मास्क को रोज लगाना जरूरी होता है।
इसको लगाने का तरीका बड़ा आसान है।
- अपनी त्वचा को किसी फेशियल क्लींसर या पानी और साबुन से पूरी तरह से साफ कर लें
- क्रीम को जरूरत की जगहों पर लगाएँ और आँखों और मुँह के पास न लगाएँ।
- चेहरे पर 20 से 25 मिनट के लिए छोड़ दें।
- चेहरा धो लें, त्वचा को सुखा लें और यदि जरूरी हो तो एक नारिशिंग क्रीम लगाएँ।
यदि रंग-रूप अच्छा हो तो किसी भी उम्र में अच्छा महसूस होता है। Miracle Glow स्किन व्हाइटनर से आपकी त्वचा की समस्याएँ ठीक हो जाएंगी। यह साँवलेपन के धब्बों को गोरा करने का सबसे असरदार प्रोडक्ट है। यह मास्क कोमलता से काम करता है और इसका असर लंबे समय तक रहता है। आपको और क्या चाहिए। अब आपको बस इस कॉस्मेटिक प्रोडक्ट को खरीदने भर की देरी है।